Life Poetry In Hindi
एक सोच अकल से फिसल
गयी मुझे याद थी की बदल गयी
मेरी सोच थी की खुवाब था
मेरी ज़िंदगी का हिसाब था।
मेरी जुस्तजू की बरस्त थी
मेरी मुस्किलो की वो अक्स थी
मुझे याद हो तो वो सोच थी
न याद हो तो गुमाह था।
मुझे बैठे बैठे गुमा हुआ
गुमा नहीं था खुदा था वो
खुदा की जिसने जुबान दी
मुझे दिल दिया मुझे जान दी
वो जुबान जिसे न चला सके वो दिल
जिसे न मना सके वो
जॉ जिसे न लगा सके।
Sad life poetry in hindi
कभी मिल तो तुझको बताये हम
तुझे इस तरह से सताये हम
तेरा इश्क तुझसे छीन के
तझे मैं पीला के रुलाये हम
तुझे दर्द दू तू न सह सके
तुझे दू जुबां तू न कह सके।
तुझे दू मकान तू न रह सके
तुझे मुश्किलों से घेर कर
ऐसा रास्ता निकाल दूँ
तेरे दर्द की मैं दवा करू
किसी गर्ज की मैं सेवा करूँ
तुझे हर नजर पर उबार दूँ
तुझे ज़िंदगी का सबार दूँ
कभी मिल भी जायेंगे गम न कर
हम गिर भी जायेंगे गम न कर
तेरे एक होने में शक नहीं
मेरी नियतो को साफ़ कर
तेरी शान में गई कमी नहीं
मेरी इस कलम को माफ़ कर।
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